अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में विश्व कैंसर दिवस के अवसर पर विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों को कैंसर बीमारी के प्रति जागरूक किया। इस अवसर पर विशेषज्ञ चिकित्सकों ने बताया कि कैंसर के प्रारंभिक लक्षणों की जानकारी व जागरुकता से ही कैंसर से बचा जा सकता है।
मंगलवार को विश्व कैंसर दिवस के मौके पर एम्स संस्थान के निदेशक प्रोफेसर रवि कांत ने हरी झंडी दिखाकर मैराथन को रवाना किया। मैराथन एम्स परिसर से शुरू होकर आस्थापथ होते हुए साईं मंदिर परिसर में संपन्न हुई। प्रोफेसर रवि कांत ने कहा कि 96 फीसदी लोग वातावरण अथवा शराब, तंबाकू, धूम्रपान आदि के उपयोग से कैंसर जैसी घातक बीमारी से ग्रस्त हो जाते हैं। महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर के मामले बढ़ते जा रहे हैं, लिहाजा उन्हें इसके प्रति जागरूकरहने की आवश्यकता है।
प्रोफेसर मनोज गुप्ता ने बताया कि नॉन कम्यूनिकेबल डिजीज में कैंसर ही एक ऐसी बीमारी है। इसे पूरी तरह से ठीक किया जा सकता है। शुगर, ब्लडप्रेशर आदि नॉन कम्यूनिकेबल डिजीज को नियंत्रित तो किया जा सकता है, मगर पूरी तरह से दुरुस्त नहीं किया जा सकता।